गाजीपुर। जुना अखाड़े के महामण्डलेश्वर व हथियाराम मठ के अधीन हरिहरपुर काधीधाम के महन्त भवानीनन्दन यति अपने चैत्र नवरात्रि प्रवास के दौरान मां काली शक्तिपीठ की आराधना व महायज्ञ का आयोजन प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी किये है। जिसमे दूर दूर से आये श्रद्धालु मां काली की पूजा अर्चना धूमधाम से करते है। इस आयोजन को लेकर पीठाधीश्वर भवानीनन्दन यति ने बुधवार को पत्रकार सम्मान समारोह में पत्रकारो के पुछने पर बताया कि भारत की शिक्षा पद्धति बदलने वाली है। आज जो भी अंग्रेजी व कान्वेन्ट शिक्षा प्रणाली है उससे हम बच्चो में संवेदनशीलता व भारतीय संस्कृति व परम्पराओ का निरन्तर हरास हुआ है। युवाओ के साथ होने वाली मानसिक विकृति वाली घटना के लिए आज की अंग्रेजी शिक्षा प्रणाली को दोषी माना है। आज संयुक्त परिवारो का विखण्डन हो रहा है, और ज्ञान के मूल तत्व से दूर होकर संस्कार विहिन जनरेशन तैयार हो रहे है, अब आने वाले दिनो में अब गुरूकुल शिक्षा पद्धति पूरे भारत में होने वाली है जिससे हम पुनः अपने स्वर्णिम काल को जीवन्त कर सकेगे अपने ज्ञान से पूरे दुनिया को वसुधैव्य कुटुम्बकम की परिकल्पना को साकार करेगे। हिन्दू राष्ट्र पर बताया कि हमारा राष्ट्र हिन्दू राष्ट्र पहले से है जहा मठो और मंदिरो में आदिकाल से पूजा होती है जहा जहा मंदिरो में पूजा होना बन्द हो गया वो कंगाल हो गये, पाकिस्तान व बंगला देश उसके उदाहरण है, हमे श्रीराम राष्ट्र बनाने पर कार्य करना होता जब त्रेतायुग में भगवान श्रीराम ने अखण्ड भारत में जो नागरिको की सेवा का भाव लेकर रामराज किया वही भाव श्रीराम राष्ट्र में होगा। मंदिर व मठों से राष्ट्र समृद्धि होता है, जहा जहा मंदिर व मठो में पूजा होती वहा गरीबी व निर्धनता हो ही नही सकती। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर बताया कि वो साधारण सा दिखने वाला व्यक्ति युगपुरूष है आज हिन्दुओ में समरसता के भाव को जगाने का काम किये है जिससे हम अपने खोये हुए गौरव को पुनः वापस लाने का कार्य करेगे। वक्त कमेटी को लेकर तीखा प्रहार करते हुए बताया कि हिन्दुस्तान में सनातनियो के लिए बोर्ड बनाने की आवश्यकता है जिसमे सभी सनातनियो के मानने वाले सनातन धर्म को सर्वव्यापी बनाने पर कार्य करने पर बल दिया।
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