गाजीपुर। विद्युत वितरण खण्ड नगर के अधीन उपखंड करीमुद्दीनपुर के उपकेंद्र करीमुद्दीनपुर पर तैनात संविदा कर्मी देवेंद्र राय की उतराव फीडर पर कार्य करते समय हाईटेंशन तार की चपेट में आने से मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। वही अगर विभागीय अधिकारियों की बात करे तो अधिशाषी अभियंता नगर आशीष शर्मा ने पिछले 07,10,2014 को ग्यारह संविदा कर्मियों को तानाशाही रवैया से नेवर पैड,राजस्व वसूली सहित तमाम गलत आरोप लगाकर विभाग से निष्कासित कर दिए थे।जिसमें देवेंद्र राय का भी उस निष्काशित सूची में नाम था। उसी दिन से संविदा कर्मी देवेंद्र राय अधिशाषी अभियंता के गलत आदेश से काफी तनाव व अवसाद में जी रहा था, जो आज पोल पर कार्य करते समय करेंट की जद में आने से मृत्यु हो गई। वही विद्युत मजदूर पंचायत के मंडल अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि इस संविदा कर्मी के मृत्यु का पूरा भागीदार अधिशाषी अभियंता आशीष शर्मा है। जो अपने तुगलकी फरमान से अकुशल कर्मियों से कुशल का कार्य लेते आ रहे है वह सभी अकुशल संविदा कर्मियों को डरा धमकाकर कुशल निविदा कर्मियों की तरह काम लेते थे, और धमकी देते थे कि जो भी आकुशल संविदा कर्मी पोल पर नहीं चढ़ेगा उसको विभाग से निष्कासित कर दूंगा।जबकि इनको पहले ही हमारा संगठन इनसे मिलकर हस्तक्षेप कर चुका है कि अकुशल कर्मियों से कुशल का कार्य ना लिया जाय परन्तु अपने तानाशाही रवैया से आज अकुशल कर्मी देवेंद्र राय को पोल पर चढ़ा कर जान ले लिए । विद्युत मजदूर पंचायत ने पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए मृतक संविदा कर्मी को विभागीय मुआवजा 10 लाख के अतिरिक्त भी सहयोग राशि दिए जाने की मांग की और साथ ही साथ विद्युत संविदा कर्मियों का शोषण कर रहे तानाशाह अधिशासी अभियंता और अन्य अभियंताओं के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की। वहीं इनके द्वारा जो भी अकुशल कर्मी से कुशल का कार्य लिया जाता है तो मानदेय भी अकुशल का ही मिलता है एवं जब संविदा कर्मी इसका विरोध इनके ऑफिस में करते है तो सीधे कार्य से हटा देने की धमकी देते है। वही मुद्दे की बात यह है कि जब इस अधिशाषी अभियंता आशीष शर्मा द्वारा संविदा कर्मी देवेंद्र राय को पिछले चार माह पहले चीफ इंजीनियर के अप्रूवल से निकाला था तो फिर कैसे इस कर्मी से कार्य करवाया जा रहा था,अब तो इस संविदा कर्मी का जो 10 लाख का मुआवजा मिलने वाला था उस पर भी इस अधिशाषी अभियंता द्वारा ग्रहण लगा दिया गया। अब देखना यह होगा कि इस कर्मी का मुआवजा कंपनी देती है या विभाग देता है या फिर अधिशाषी अभियंता। इस संविदा कर्मी की विभागीय अधिकारियों की घोर लापरवाही से जान गई है इसकी उच्चस्तरीय जांच होना अति आवश्यक है वही इस तानाशाह अधिशाषी अभियंता के ऊपर तत्काल कार्यवाही करते हुवे निलंबित किया जाय, क्योंकि इस क्रूर अभियंता के चलते समस्त संविदा कर्मियों में भय व्याप्तगाजीपुर लोग इसके तुगलकी फरमान से डरे हुवे है की आए दिन इसी तरह घटना घटती रहेगी। वही समाचार लिखे जाने तक विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा और ना ही कोई सहयोग राशि मृतक परिवार को दी गई। इस घटना से स्पष्ट हो गया है कि जनपद गाजीपुर के विद्युत अधिकारियों द्वारा संविदा कर्मियों का घोर शोषण किया जा रहा है।