गाजीपुर। पहले और आज के पत्रकारों मे काफी बदलाव आ गया है। आज के पत्रकारों को यदी किसी भी खबर की सुचना मिलती है तो पहले वह धन उगाही के चक्करो मे पड जाते है। और उन्हें खबर की सच्चाई से कोई मतलब नही रहता है। लेकिन आज भी ऐसे पत्रकार है जो सच्ची खबर के फिराक मे रहते है वह सच का उजागर करने के लिए बेताब भी रहते है। जिसका नजारा आज विकास भवन स्थित डीपीआरो कार्यालय मे देखने को मील रहा है। अब मामला चाहे जो भी हो यह जांच का विसय है लेकिन इतना तो जरूर खुलकर साम्हने आ रहा है की दो पत्रकार खुलकर आमने साम्हने हो गए है। यह पुरा प्रकरण डीपीआरओ विभाग का है वैसे तो डीपीआरओ विभाग किसी न किसी मामले को लेकर हमेंशा सुर्खियों मे रहता है। लेकिन यह मामला कुछ ऐसा है जो सुर्खियों मे बना हुआ है। इस विभाग मे एक सफाई कर्मचारी अपने विभाग के बडे अधिकारी पर गम्भीर आरोप लगा रही है। जिसकी जानकारी जिले के बडे पत्रकारों को हुई तो एक बडा पत्रकार अधिकारी के बचाव मे तो चर्चीत पत्कार पिडीता के पक्ष मे आम्ने साम्ने हो गए। सोसल मिडीया पर खबर भी खुब प्रसारित हुईं, जानकारों की माने तो जब दो पत्रकार आपस मे ही भीण जाएंगे तो एक दुसरे को निचा दिखाने के लिए दोनो ही एडी चोटी का जोर लगा देगे। जानकारी के मुताविक एक सफाई कर्मचारी ने डीपीआरओ पर छेडखानी का आरोप लगाया जिसके बाद यह खबर जंगल मे लगी आग की तरह सोसल मिडिया मे वायरल होने लगी। जिसके बाद एक चर्चीत पत्रकार अपना काम बनाने के लिए पीडीता का पक्ष रखने लगे तो दुसरे ने अधिकारी के बचाव मे जुगाण लगाने लगे। एक ने तो खबर प्रकासित न होने के नाम पर धन उगाही भी करने का प्रयास किया। लेकिन तिसरे पत्रकार ने उसके मंसुबो पर पानी फेरने का कार्श्र कर दिया। अपने मनसुबो मे कामयाब नही होने पर उसने क्या किया यह किसी से छुपा नही है। ऐसे पत्रकारों के खिलाफ जिला प्रशासन कैसी कार्यवाही करती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा। अगले अंक मे नाम का भी खुलासा हो जाएगा।
दो पत्रकारो का मान सम्मान लगा दाव पर, एक को विजय श्री की उमीद तो दुसरे पर हो सकती है…
